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उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में पुलिस मुठभेड़ में तीन खालिस्तानी आतंकियों के मारे जाने के बाद एनआईए, यूपी एटीएस समेत कई केंद्रीय एजेंसियां जांच में जुटी हैं. यहां बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. होटल, रेस्टोरेंट और दुकानों पर आरोपियों की तस्वीरें दिखाकर जानकारी जुटाई जा रही है। आसपास के इलाकों में उसके मददगारों की भी तलाश की जा रही है।
पीलीभीत के एसपी अविनाश पांडे ने बताया कि सभी जांच एजेंसियां सक्रिय हैं. आरोपियों द्वारा उपयोग की गई मोटरसाइकिल एक दिन पहले ही चोरी हुई थी। इसका मतलब है कि वह पहले से ही यहां रह रहा था. संभावना है कि किसी ने उसे मोटरसाइकिल मुहैया करायी हो. बरेली रेंज के आईजी राकेश सिंह ने बताया कि धमकी के बाद पुलिस और खुफिया एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं.
आईजी ने कहा, ''आतंकी तत्वों की मदद करने वाले हर व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 24 दिसंबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (एक्स) के अलग-अलग हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया गया था. इसमें एक शख्स हिंदू धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द चिल्लाते नजर आ रहा है. वह राजनीतिक हस्तियों के खिलाफ भी अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे।”
उन्होंने कहा कि उस व्यक्ति ने 14 जनवरी 2025 (मकर संक्रांति), 29 जनवरी (मौनी अमावस्या) और 3 फरवरी (बसंत पंचमी) को प्रयागराज कुंभ के दौरान आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने की धमकी दी थी। इस वीडियो के सामने आने के बाद पीलीभीत जिले के साइबर थाने में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने इस मामले में शामिल लोगों के बारे में बताने से इनकार कर दिया.
आपको बता दें कि सोमवार को पीलीभीत के पूरनपुर में खालिस्तानी आतंकियों के एनकाउंटर मामले में नई जानकारी सामने आई है. बताया जा रहा है कि 23 दिसंबर की सुबह 4:35 बजे पंजाब पुलिस ने ही कलानौर थाने के इंस्पेक्टर कपिल कौशल को पूरनपुर में तीन आतंकियों की मौजूदगी की सूचना दी थी. इसकी सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस तुरंत सक्रिय हो गयी.
इसके बाद पूरनपुर के खमरिया तिराहा पर तैनात सिपाही ने सोमवार सुबह 5:07 बजे इंस्पेक्टर को तीन लड़कों के बाइक से भाग जाने का इनपुट दिया था। सुबह साढ़े पांच बजे माधोटांडा में संधू फार्म रोड पर तीनों संदिग्धों को पुलिस टीमों ने चारों तरफ से घेर लिया और उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस पर फायरिंग की सूचना पाकर एसपी अविनाश पांडे मुठभेड़ स्थल पर पहुंचे.
उन्होंने पुलिस टीम का नेतृत्व किया और फायरिंग करते हुए आगे बढ़े. उस दौरान उनके शरीर के आसपास से गोलियां निकल रही थीं. इस जोखिम भरी मुठभेड़ में किसी भी वक्त किसी भी पुलिसकर्मी की जान जा सकती थी. इसी बीच एक बदमाश गोली लगने से मोटरसाइकिल के पास ही गिर गया. उसके मुँह से चीखें निकल रही थीं. कुछ देर बाद उनकी तरफ से फायरिंग बंद हो गई.
पुलिस टीम ने पास जाकर देखा तो तीनों घायल अवस्था में पड़े थे. इसके बाद पंजाब पुलिस ने गोली से घायल हुए आतंकियों की पहचान की. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां तीनों को मृत घोषित कर दिया गया। यूपी पुलिस के मुताबिक, खालिस्तानी आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एसपी पीलीभीत अविनाश पांडे ने अपनी सरकारी पिस्टल से दो गोलियां चलाई थीं.
इस पूरी मुठभेड़ में एसपी पीलीभीत समेत दो इंस्पेक्टर और एक सब इंस्पेक्टर को कुल 7 गोलियां लगीं थीं. पंजाब पुलिस की ओर से कुल 8 राउंड फायरिंग की गई. वहीं, आतंकियों की गोली से बरेली पुलिस के दो सिपाही घायल हो गए. एक गोली इंस्पेक्टर पूरनपुर और एक गोली इंस्पेक्टर माधवटांडा की बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी। दोनों बाल-बाल बच गये.