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अयोध्या में उमड़े श्रद्धालु
अयोध्या (उत्तर प्रदेश): अयोध्या के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर बुधवार को भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा. घने कोहरे और कड़ाके की ठंड के बावजूद हजारों लोगों ने पूजा-अर्चना की और आशीर्वाद लिया. अधिकारियों ने बताया कि राम मंदिर में 'जय श्री राम' के नारों की गूंज के बीच रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ देर शाम तक जन्मभूमि पथ पर जुटी रही. इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे. पिछले वर्ष 22 जनवरी को श्री रामलला की राम मंदिर में प्रतिष्ठा हुई थी।
इससे पहले ज्योतिषियों ने सालगिरह की शुभ तारीख 11 जनवरी तय की थी. इस दौरान श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने तीन दिनों तक भव्य कार्यक्रमों के साथ इस अवसर को मनाया. उस दौरान भी लाखों श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या आए थे.
'अंग्रेजी कैलेंडर' के मुताबिक आज है पहली सालगिरह
'अंग्रेजी कैलेंडर' के अनुसार प्रतिष्ठा समारोह की पहली वर्षगांठ पर बुधवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। हनुमानगढ़ी में भक्तों की एक किलोमीटर से ज्यादा लंबी कतारें लगी थीं. इसके अलावा दशरथ महल, कनक भवन समेत अन्य मंदिरों में भी ऐसी ही भीड़ रही। मणिरामदास छावनी में सुबह रथयात्रा निकाली गई, जो 41 दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत थी। इसमें धार्मिक अनुष्ठान के हिस्से के रूप में 1.25 लाख से अधिक 'श्री रामरक्षास्त्रोत' का जाप शामिल है। श्री रामलला के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे.
राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येन्द्र दास ने कहा कि पहली वर्षगांठ हिंदी कैलेंडर के अनुसार 11 जनवरी (द्वादशी) को मनाई गई, जबकि कई भक्त अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 22 जनवरी को मंदिर पहुंचे। उन्होंने कहा कि सुबह से ही भीड़ जुटनी शुरू हो गयी थी.
सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नायर ने बताया कि सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं. प्रभावी प्रबंधन के लिए अयोध्या को छह जोन और 17 सेक्टर में बांटा गया है. सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जोन में राजपत्रित अधिकारी और सेक्टर में क्षेत्राधिकारी स्तर के अधिकारी तैनात किए गए हैं। राजस्थान से आईं श्रद्धालु विजयालक्ष्मी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, 'वहां बालाजी के आशीर्वाद से और यहां रामलला के आशीर्वाद से हमें अद्भुत दर्शन हुए।' उन्होंने कहा कि उनके 17 लोगों के समूह ने हनुमान चालीसा पढ़ते हुए राम मंदिर में प्रवेश किया. भाषा)