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23 मिनट पहले
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फिल्म परिंदा 1989 में रिलीज हुई थी। इसमें अनिल कपूर, जैकी श्रॉफ, नाना पाटेकर और माधुरी दीक्षित अहम भूमिका में नजर आए थे। हाल ही में विधु विनोद चोपड़ा ने इस फिल्म के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि वह इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह को कास्ट करना चाहते थे, लेकिन दोनों के बीच झगड़ा हो गया. इतना ही नहीं एक चुनौती के चलते जैकी श्रॉफ को ये रोल मिला.
गोवा में चल रहे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (आईएफएफआई) में विधु विनोद चोपड़ा ने फिल्म परिंदा से जुड़ा एक किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा, 'मैं फिल्म परिंदा में किशन के किरदार के लिए नसीरुद्दीन शाह को कास्ट करना चाहता था। लेकिन इस बीच नसीर के एक शुभचिंतक ने कहा कि किशन के किरदार के साथ एक महिला एक्टर भी होनी चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं हो सका. इसी बात को लेकर हमारे बीच बहस हो गई. ये बात नसीरुद्दीन शाह को बिल्कुल पसंद नहीं आई और उन्होंने मुझसे कहा कि तुम मेरे शुभचिंतक से इस तरह बात नहीं कर सकते और दोनों के बीच तीखी बहस हो गई. इसके बाद उन्होंने ये रोल करने से मना कर दिया.
विधु विनोद चोपड़ा ने कहा, 'यह मामला यहीं खत्म नहीं हुआ, बल्कि नसीरुद्दीन ने मुझे चुनौती देते हुए कहा था कि अगर आप अच्छे निर्देशक हैं तो जैकी श्रॉफ से अभिनय कराओ। उनकी इस बात से मुझे गुस्सा आ गया और मैंने भी गुस्से में उनसे कहा कि आप देखिए, मैं ये कर लूंगा. इसके बाद मैं एक्टर के घर गया और उन्हें फिल्म की कहानी सुनाई. उन्होंने हां कहा और फिर उन्होंने ये किरदार किया.
विधु ने बताया कि जैकी की सबसे बड़ी समस्या यह थी कि वह सीन करते समय सही जगह पर नहीं पहुंच पा रहे थे। उन्होंने बताया कि जब कोई सीन शूट होता है तो एक्टर को एक खास जगह पर खड़ा होना पड़ता है ताकि कैमरा उसे ठीक से कैद कर सके, लेकिन जैकी को इसमें हमेशा दिक्कत होती थी. इस समस्या को सुलझाने के लिए विधु ने अपने कैमरामैन बिनोद प्रधान से सीन को इस तरह से लाइट करने को कहा कि जैकी को किसी मार्क्स की जरूरत न पड़े.