मंगलवार को राष्ट्रपतियों, प्रधानमंत्रियों, राजाओं और अन्य नेताओं के बीच महासभा की वार्षिक बहस शुरू होने पर उन्होंने कहा, “हम इस तरह नहीं चल सकते।”
लेकिन, उन्होंने कहा, “हमारे सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान संभव है” यदि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय अप्रबंधित जोखिमों की अनिश्चितता, अन्याय और शिकायतों के मूल में निहित असमानता तथा अंतर्राष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र के संस्थापक सिद्धांतों को कमजोर करने वाली दण्ड मुक्ति का सामना करे।
उन्होंने क्लासिक बोर्ड गेम मोनोपोली का संदर्भ देते हुए कहा, “आज, बढ़ती संख्या में सरकारें और अन्य लोग 'जेल से मुक्त होने' के कार्ड के हकदार महसूस करते हैं।”
विश्व नेताओं की यह बैठक बढ़ते वैश्विक विभाजन, गाजा, यूक्रेन और सूडान में बड़े युद्धों तथा व्यापक मध्य पूर्व में और भी बड़े संघर्ष के खतरे की छाया में आरंभ हुई।
गुटेरेस ने रविवार को “भविष्य के शिखर सम्मेलन” में अपने उद्घाटन भाषण की झलक दिखाई, जहां उन्होंने मध्य पूर्व से लेकर यूक्रेन और सूडान तक के संघर्षों और वैश्विक सुरक्षा प्रणाली की ओर इशारा किया, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि “यह भू-राजनीतिक विभाजन, परमाणु क्षमता और नए हथियारों के विकास तथा युद्ध के क्षेत्रों के कारण खतरे में है।”
उन्होंने भारी असमानताओं, उभरते और यहां तक कि अस्तित्वगत खतरों से निपटने के लिए प्रभावी वैश्विक प्रणाली के अभाव तथा जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी प्रभाव का भी हवाला दिया।